कोरोना JN-1 : virus से केरल में बढ़ी आम लोगो की परेशानी , फिर से आया कोरोना केरल में हुई इतनी मौत की घबरा गई सरकार ?

कुछ दिनों पहले से ही केरल पर बाकी आसपास के राज्य में फिर एक बार कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता नजर आ रहा हैं। जिस से निपटने के लिए अब 60 वर्ष से ज्यादा लोगो को बूस्टर डोज लगाया जा रहा है जिसमे लगभग 50 प्रतिशत टीकाकरण पूरा हो गया हैं, अब केरल राज्य सरकार का लक्ष्य हैं की सभी लोगों को जांच करना। जो बहुत बड़ी मुसीबत बनकर कोरोणा ने सबको चौकाया हैं।

अब केरल समेत सभी राज्य में बूस्टर डोज लगाया जा रहा हैं खासकर बुजुर्गो पर भारत सरकार ध्यान से रही हैं। साथ ही जिनका टीकाकरण किसी कारण नही हुआ उन पर अब स्वस्थ मंत्रालय ध्यान दे रही हैं।

 कोराेना JN -1 वायरस क्या हैं ?

यह कोविड वायरस का एडवांस वेरिएंट है जिसे Covid JN1 नाम दिया गया हैं। पिछले दो साल पूरी दुनिया हाहाकार मचा ने बाद अब वापस इस वायरस ने दस्तक दी है अब इसमें काफी सारे वैरिएंट दिखाई दे रहे हैं जिसे नियंत्रित करने के लिए अब वैज्ञानिक नई वैक्सीन की तलाश में हैं ताकी महामारी से बचा जा सकें।

कोरोना JN -1 के बारे में क्या कह रहे हैं डॉक्टर ?

फिलहाल डॉक्टर का कहना हैं की जिस तरह। पिछले महामारी में लोगो ने सावधानी बरती थी उससे भी ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत हैं क्युकी इस बार इस वायरस में कही सारे बदलाव देखे गए हैं।

क्या हैं कोराेना JN1 वायरस के लक्षण ?

फिलहाल तो ऐसा कुछ अलग लक्षण दिखाई नहीं दे रहा है क्युकी जितने भी पॉजिटिव टेस्ट निकले हैं उसमे से पता चला हैं की इसके लक्षण का पता लगाना थोड़ा मुशील है

कोरोना JN1 के लक्षण

शुरुवाती दिनो में आपको  बॉडी पैन  ज्वाइन में दर्द सिर दर्द  हो सकता हैं । केरल लगभग 80% से ज्यादा टेस्ट हो गए हैं जी 40 % लोगों में नए वायरस के लक्षण दिखाई दिए हैं।

 दुनिया के 30 देशों मिला नया ओमीक्रोन ?

ओमीक्रोन सांस लेने से लेकर सर्दी खांसी पुर हवा से शरीर के अंदर बाहर जा सकता हैं , हमारे श्वसन तंत्र में  बड़ी आसानी से यह वायरस जा सकता हैं। जिस से कोविड़ का फैलाव आसानी से हो सकता हैं इसके लिए सभी डॉक्टर्स फेस मास्क पहन ने का सुझाव दे रहा हैं।

कोरोना के नए वैरिएंट से कैसे बचें ?

खास कर मास्क पहने भिड़ से दूर रहे साफसफाई का ध्यान रखे इम्यून सिस्टम अच्छा रखे पिछले कुछ दिनों में 65 लोगों की मौत होंगी हैं।  इसमें वो लोगों की संख्या ज्यादा है जिन्होंने पिछले वर्ष कोरोना का टीका नही लगाया।

साथ ही जिनकी आयु 60 वर्ष से ज्यादा हैं उन्हें बूस्टर डोज लगाया जा रहा हैं। इसी के साथ जिनको बाकी कुछ बीमारियां हैं उन्हें सतर्क रहना चाहिए।

क्या हैं बूस्टर डोज जो नए वैरिएंट पर कसेगा तंज ?

जिन्होंने पहले भी दो बैक्विन डोज लिए हैं उन्हें सतर्क रहना जरूरी हैं क्युकी की कोरोना का यह वैरिएंट पहले से ज्यादा जल्दी फैलता हैं और इंफेक्शन का डर बना रहता है। इसमें अभी बूस्टर डोज लगाना शुरू कर दिया हैं खासकर बुजुर्गो के।लिए यह अनिवार्य हैं।  लेकिन दुनिया भर केसभी  शेषज्ञ नई वैक्सीन बनाने में जुट गई है, ताकि कोवीड पर पूरी तरीके से लगाम लग जाएं।

 

 

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