महाराष्ट्र लोकसभा एग्जिट पोल
उद्धव ठाकरे समेत, ओवैसी और राहुल गांधी को बाहर का रास्ता दिखा पाएगी महायुति?
पिछले 5 सालो में राजनीति को लेकर अगर कोई लगातार खबरों में रहा हैं,तो वह हैं महाराष्ट्र में बनने और बिघड़ने वाली सरकार।
पहले बीजेपी के साथ गठबंधन में उद्धव ठाकरे ने मिलकर महाराष्ट्र की कमान संभाली लेकिन कुछ राजनैतिक गरमा गरमी के कारण उद्धव ठाकरे ने शरद पवार और कोंग्रेस का दामन थाम लिया,लेकिन इस इधर उनके ही पार्टी के कुछ नेताओं ने पुरा खेल ही पलट दिया, एकनाथ शिंदे जी ने बीजेपी के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाई।
वही मराठवाड़ा का एक बडा नाम हैं शरद पवार उनके साथ भी कुछ ऐसा ही कारनामा हुआ और उनके पार्टी के अजीत पवार ने अपनी अलग पार्टी बनाकर शरद पवार को चारो खाने चित्त कर दिया, और राज्य में एक नई सरकार का गठन हुआ “महायुति “
मतलब की एकनाथ शिंदे गट शिवसेना अजीत पवार की राष्ट्रवादी और बीजेपी,आज यह तीनो पार्टिया एक साथ मिलकर गठबंधन में सरकार बनाकर चर्चा में हैं, महाराष्ट्र की जनता ने हरा बार सबकी तराशकर देखा हैं, लेकिन इस बार की लड़ाई कोई आसान नहीं हैं, चाहे पक्ष हो या विपक्ष हो, महाराष्ट्र वह राज्य हैं, जिसके पास लोकसभा की 48 सीट हैं, और यूपी के बाद सबसे ज्यादा सीट हैं ,
यह कुछ भी हो सकता है कई बार महाराष्ट्र की जनता ने एग्जिट पोल को भी झूठा साबित किया हैं।
लेकिन इस बार जनता जनार्दन की बातो पर गौर करें तो, रहा बीजेपी के साथ साथ एकनाथ शिंदे को बहुमत मिल सकता हैं, जिस तरीके से सत्ता परिवर्तन के बाद महाराष्ट्र में विकास काम हुआ हैं, उसे देखते हुए हर एक की जुबान पर महायुति का नाम हैं।
लोकसभा चुनाव का सातवा और अंतिम चरण खतम होने के बाद अब 4 जून को पता चलेगा कि , महाराष्ट्र कि जनता ने किसे चुना हैं, महाविकास आघाड़ी याफिर महायुति
राज्य में मतदान का अंतिम दिन 1 जून था, इस दिन सातवा चरण समाप्त होने के बाद अब सबकी नजर चुनाव आयोग के नतीजों पर हैं।
लेकिन फिलहाल एग्जिट पोल सुर्खियों में हैं, देश के तमाम बड़े मीडिया माध्यम की मेहनत और जनता के बीच जाकर किया गया सर्वे इस पर आधारित यह आंकड़े सच में चौंकाने वाले साबित हो सकते हैं।
मौजूदा सरकार और विपक्ष की चर्चा तो हर बार चुनाव में होते हैं, लेकिन इस बार कट्टर हिन्दू विरोधी पार्टी मतलब की AIMIM और इस पार्टी के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को महाराष्ट्र की जनता बाहर का रास्ता दिखा सकता हैं।
क्युकी एग्जिट पोल की बात करे और नतीजे देखे तो महाराष्ट्र में 48 सीट में से बीजेपी को 25 से ज्यादा सीट मिलने की आशंका हैं, वही इंडिया एलायंस को 21 से 23 सीट मिलने का अनुमान हैं, लेकिन बात अगर अन्य पार्टी की करे जिसमे ओवैसी का नाम भी शामिल हैं, उन्हे जीरो सीट मिलने की आशंका हैं ।
ओवैसी की पार्टी ने लड़ा महाराष्ट्र की 3 सीट पर चुनाव
AIMIM की बात करे तो इस बार महाराष्ट्र में ओवैसी ने अपने नेताओ को चुनावी मैदान में उतारा जिसमे धाराशिव से सिद्धि इब्राहिम, पुणे से अनीस सुंडके को टिकिट दिया है।
लेकिन इस बार ओवैसी को बड़ा नुकसान हो सकता है क्युकी मंचो से विषैले भाषण जानकी ज्यादातर देश और हिंदू विरोधी होते हैं, जो की इनके हार का मुख्य कारण हैं, चाहे 15 मिनट पुलिस हटाओ वाला भाषण ही, याफीर हिंदू धर्म के खिलाफ नफरत हो,
अक्सर ऐसे अभद्र शब्दो के जवाब जनता चुनाव के नतीजे से देती हैं।
अससुद्दीन ओवैसी के खिलाफ़ चुनाव मैदान में इस बार त्रिकोणीय हैं
एकनाथ शिंदे गट ने भी अपने उम्मीदवार को ओवैसी के खिलाफ़ चुनाव में उतारा हैं,वही उद्धव ठाकरे ने चंद्रकांत खैरे को टिकिट दिया हैं। जो की छत्रपति संभाजी नगर से हर बार चुनाव में जीत दर्ज करते आए हैं, ओवैसी के नेता इम्तियाज जलील को उन्होने कड़ी टक्कर देते हुए भरी मतों से हराया था, फिलहाल महाराष्ट्र में ओवैसी का एक भी उम्मीदवार नहीं हैं।
इस बार ओवैसी ब्रदर्स ने एक बार फिर इम्तियाज जलील को छात्रपति संभाजी नगर से टिकिट दिया हैं, जिनके आगे चुनावी मैदान में चन्दकांत खरे उतरे हैं।