मुख्य्मंत्री विष्णु देव साय कौन हैं=कैसा हैं पारिवारिक जीवन ?, लोकसभा चुनाव में विष्णु देव साय बीजेपी को दिलाएंगे बहुमत।, छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री बनते ही बीजेपी के आगे विपक्ष हुआ परेशान

इन दिनों बीजेपी के नेता विष्णु देव साय जी चर्चा में हैं, मुख्य्मंत्री बनते ही राज्य की महिलाओं के लिएं एक से बढ़कर एक योजना का तोउफा और राज्य में शुरू हो रहे नए इंफ्रा को लेकर सीएम विष्णु देव जी जनता के बीच उम्मीद की किरण बनकर तैयार है।

छत्तीसगढ़ की जनता ने उन्हें बहुमत से विजई बनाया हैं ?

 बीजेपी सरकार में विष्णु देव जी पहले भी कही अहम पद संभाल चुके हैं जैसे की तकरीबन तीन बार विधायक चुने गए है साथ ही छत्तीसगढ़ में उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के पद पर काम किया हैं , और केंद्र में भी वो भाजपा की ओर से राज्य मंत्री रह चुके हैं। विष्णू जी ने विधायक का चुनाव हर बार कुनकुरी क्षेत्र से लड़ा हैं और जीते भी हैं पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के वो बेहद करीबी दोस्त माने जाते हैं.

 छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का कनेक्शन मीडिया से क्या हैं ?

मुख्य्मंत्री विष्णु जी का मीडिया से नाता बहुत अच्छा हैं क्युकी वो हमेशा जाने माने पत्रकारों को लेकर खांसा चर्चा में रहते हैं और इसी वजह से वो मुख्यमंत्री बनने के बाद मीडिया में छाए हुए हैं।


पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा की वो मीडिया का हर बार आभारी रहेंगे क्युकी मीडिया ने उनकी योजनाओ को उनके काम की जानकारी को जन जन तक पहुंचाया और इसी की बदौलत वो आज मुख्य्मंत्री हैं।


विधानसभा चुनाव में अमित शाह ने भी विष्णु जी का प्रचार किया था और कहा था की “विष्णु साय जी बीजेपी के अनुभवी नेता हैं सांसद,विधायक और बीजेपी की ओर से प्रदेश के अध्यक्ष भी रह चुके हैं , हम छत्तीसगढ़ की जनता से विनंती करते हैं की वो विष्णुजी को विधायक बनाए”

छत्तीसगढ़ की जनसंख्या पर गौर करे तो वहा तकरीबन 35% समाज आदिवासी समाज के हैं । छत्तीसगढ़ विधानसभा की 29 सीट से 17 सीट आदिवासी के लिए सुरक्षित हैं जिसपर बीजेपी ने जीत दर्ज की हैं , सरगुजा सीट्स से बहुमत से विष्णुजी विजयि होने के बाद जनता चाहती थी की विष्णुजी सीएम बने और बीजेपी ने छत्तीसगढ़ की जिम्मेदारी जनता की मांग को ध्यान रखते हुए सीएम पद पर विष्णु जी को मुख्यमंत्री बनाया।

हालांकि सीएम पद के लिए काफी नाम शामिल हैं जिसमे रमन सिंह जी और अरुण साव का नाम था लेकिन इसमें अब विष्णु देव साय के नाम पर अब मुख्यमंत्री पद के लिए मुहर लगाई गई है।

कैसा रहा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी का राजनीतिक जीवन ?

फिलहाल जो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री हैं उनका सफर इतना आसान नहीं था, एक आदिवासी समाज के नेता का मुख्यमंत्री बनना कोई सामान्य बात नहीं है, वो भी जब कांग्रेस के बड़े बड़े नेता उनके खिलाफ खड़े हो , पंच से पंचायत और पंचायत से सांसद और विधायक से मुख्य्मंत्री का सफ़र

वर्ष 1989 में पहली बार पंच बने , क्षेत्र बगिया छत्तीसगढ़

1990 मे सरपंच पद संभाल चुके हैं, ग्रामपंचायत बगिया छत्तीसगढ़वर्ष 1990 से 1998 में तपकरा से विधायक चुने गए

वर्ष 1999 में 13th लोकसभा के सांसद बने , क्षेत्र रायगढ़

वर्ष 2004 में फिर एक बार लोकसभा से सांसद चुने गए क्षेत्र रायगढ़

2006 में वो प्रदेशाध्यक्ष बने बीजेपी ने उनको बड़ी जिम्मेदारी सौंपी ।

2009 में वापस बीजेपी ने उनकी लोकप्रियता को देखकर चुनाव में उतारा और वो सांसद बने , क्षेत्र रायगढ़ ।

2011 में बीजेपी कोनोर से प्रदेश अध्यक्ष बने ।

2014 में सांसद बनकर फिर लोकसभा में प्रदर्पण किया ।

2014 से लेकर 2019 तक वो केंद्रीय मंत्री पद के साथ साथ कैबिनेट ने उन्हे इस्पात मंत्री बनाया

2020 से 2022 में बीजेपी ने वापस उन्हे छत्तीसगढ़ राज्य का प्रदेश अध्यक्ष बनाया ।

दिसंबर 2022 में उन्हें राष्ट्रीय कार्यसमिति का सदस्य बनाया गया।

साल 2023 में वो चुनाव जीतकर वर्तमान में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पद पर हैं ,

जिन्होंने अपनी जिम्मेदारी संभालते हुए प्रदेश में विकास कार्य कराना शुरू कर दिया हैं।


 कौन हैं मुख्य्मंत्री विष्णु देव साय , कैसा हैं पारिवारिक जीवन ?

 

वैसे तो विष्णु जी के परिवार में पहले से ही राजनीतिक गतिविधि रही हैं उनके परिवार ले लोग हमेशा से ही राजनीति में अच्छे खासे पद पर रहे हैं और आम जनता के बीच लोकप्रिय भी थे।  वर्ष 10 फरवरी 1964 में जन्मे विष्णु जी की पढ़ाई लोयला विद्यालय से हुई ।

बात अगर उनके परिवार की करे तो उनके दादा 1947 से 1952 तक विधायक चुने गए। उनके चाचा भी दो बार विधायक रहे चुके हैं। और एक बार वो सांसद पद भी संभाल चुके हैं।

राजनीतिक माहौल देखे तो विष्णु जी को राजनीति का ज्ञान तो विरासत में मिला लेकिन राजनीतिक पद उन्हे उनकी मेहनत से मिला  , साल 1989 में उन्हें पहली बार पंच के पद पर चुना गया उसके बाद वो सरपंच भी बने और धीरे धीरे वो जनता के बीच लोकप्रिय बने।

इसके बाद 1990 में तपकरा विधानसभा से बीजेपी ने उन्हे उम्मीदवार घोषित किया और उन्होने पहली बार विधानसभा में एंट्री की । साल 1998 में बीजेपी ने वापस उन्हे चुनाव लड़ने के लिए कहा और वो जीत भी गए।

लोकसभा का चुनाव उन्होंने रायगढ़ से लड़ा और सांसद पास संभाला । 1999 से लेकर 2014 तक वो चुनाव जीतते चले गए। कही बड़ी जिम्मेदारी संभालते हुए वो मीडिया में तब छा गए जब वो केंद्रीय इस्पात ,श्रम , खनन ,रोजगार राज्य मंत्री बने और मीडिया में उनके बेबाक बातचीत से चर्चा में रहे। 2023 का चुनाव जीतने के बाद अब छत्तीसगढ़ की कमान बीजेपी ने उन्हे सौंप दी है।

 

ये भी पढ़े : Chhatisgarh: कौन है ईश्वर साहू , दंगाईयों ने की बेटे की हत्या, पांचवी पास पिता ने पहली बार लड़ा छत्तीसगढ़ से चुनाव दर्ज की जीत ?

Leave a Comment