भारत और यूएई ने हाल ही में अपना द्विपक्षीय व्यापार संबंधों के मामले में एक कदम और बढ़ाया हैं। इससे पाकिस्तान से लेकर तुर्की की नींद उड़ गई। जो पाकिस्तान कभी नहीं कर पाया, वो भारत के विदेश मंत्री ने कर दिया। एस .जयशंकर जो की भारत का नेतृव कर रहे हैं, इंटरनेशनल रिलेशन को बेस्ट बनाने के लिए जयशंकर की बराबरी कोई नहीं कर सकता। जो लोग कहते हैं की जब पीएम मोदी देश विदेश घूमने जाते हैं तो क्या करते हैं, तो उन्हे यह जवाब सुनकर नींद नहीं आएगी , तो अभी अभी भारत ने यूएई से अपने करेंसी में मतलब की भारतीय मुद्रा में ट्रेड करना शुरू कर दिया हैं, वो भी oil sector में। भारतीय कम्पनी इंडियन ऑयल ने middle East country UAE से तेल खरीदना शुरू कर दिया वो भी रूपए में ना की US dollar में। यह सुनकर पाकिस्तान की सिटी बीती गुम हो गयी हैं की भारत ने इंटरनेशनल करेंसी छोड़कर अपनी मुद्रा में इतना तेल कैसे खरीद लिया , यही नहीं बल्की इसे से पहले भी भारत के व्यापारी वर्ग ने सोना भी अपने भारतीय मुद्रा में ही खरीदना शुरू कर दिया था। इससे पहले प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने यूएई की यात्रा की थी , तभी से यह समझौता हुआ और किसीने सपने में भी नहीं सोचा होगा की इतने जल्द मोदी और ऍस जयशंकर का जादू चलेगा और आसानी से यूएई मान जायेगा ।