हाल ही में बिहार सरकार ने अपने राज्य में जातीय जनगणना करके चुनाव आयोग का हक छिना हैं । अब यह मुद्दा कोर्ट में हैं। बिहार सरकार के इस काम पे अब राहुल गांधी के साथ साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी कूद पड़े हैं । अब वो भी इसके समर्थन में हैं की जहा भी बीजेपी सरकार नही हैं वहा वो जातीय जनगणना करेंगे । मतलब की साफ साफ फिर एक बार जाती के नाम पर अब समाज का बटवारा होना तय हैं क्या नहीं? क्या इसके आधार पर वोट बैंक मिलना आसान होगा यह कहना तो समय पर हो छोड़ देना चाहिए ।
बिहार के बाद अब छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी जातीय जनगणना कर के कांग्रेस अपना वोट बैंक का अनुमान लगाने के लिए तैयार हैं लेकिन इसमें बड़ा सवाल हैं की क्या राज्य सरकार को यह अधिकार हैं ? कांग्रेस वर्किंग कमेटी मतलब की CWC की जब बैठक हुई तब खरगे ने कहा की जातीय जनगणना होना अच्छी बात हैं हम बिहार का समर्थन करते हैं और राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत, छत्तीसगढ़ और में भी यह करवाएंगे , साथ ही महिला आरक्षण जल्द से जल्द लागू ही इस पर बीजेपी क्यू मौन हैं इस पर बीजेपी को विचार करना चाहिए ,
लेकिन मध्य प्रदेश विधानसभा में तो बीजेपी को बहुमत हैं , तो यह कैसे जातीय जनगणना होगी यह तो सिर्फ खरगे ही बता सकते हैं। खैर अभी मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है की बिहार में जो जातीय जनगणना हुई इस पर sc का निर्णय क्या होगा क्युकी यह अधिकार सिर्फ मतदान निर्वाचन आयोग को ही हैं।
खरगे ने CWC की मीटिंग में कहा की बाकी पार्टियों के कुछ लोगों के साथ साथ कुछ संवैधानिक पद के अधिकारी भी हमारे खिलाफ हैं और वो भी नहीं चाहते की जातीय जनगणना हो , वो लगातार अपनी मर्यादा भूल रहे हैं और हम अभी चुप नहीं बैठ सकते,और खरगे को खुशी हैं की इंडिया एलायंस उनके साथ हैं और वो सरकार बनायेंगे। इस मीटिंग में राहुल गांधी,के साथ साथ सोनिया गांधी, अशोक गहलोत भी मौजूद थे ।
इन्ही के साथ छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सिक्खू का भी समर्थन था, जो की जातीय जनगणना के पक्ष में हैं । लेकिन जातीय जनगणना की वजह से समाज में तनाव की स्थिति भी हैं सकती हैं क्युकी पहले धर्म के आधार पर सियासत गर्म हुई और अब भेदभाव का नया नाम मतलब की जाती के नाम पर लोकतंत्र में खलबल मच चुकी हैं ।
जनता को जाति का चूरन चटाना कितना फायदेमंद सबित होगा यह तो 2024 में ही देखेंगे। सूत्रों की बातो बार गौर करे तो इंडिया एलायंस राष्ट्रव्यापी जातीय जनगणना करने को लेकर प्लान कर रही है ताकि उन्हें पता चले कि किसका विकास कितना हैं। लेकिन इस पर खुद कांग्रेस के एक नेता जो की प्रवक्ता भी हैं नाम हैं,अभिजीत सिंघवी ने राहुल गांधी के एक नारे को लेकर एडवाइस दी राहुल गांधी ने कुछ दिनों पहले एक नारा दिया था
“जितनी आबादी उतना हक”
यह भारत की संप्रभुता पर एक चोट हैं ऐसे करके हम समाज के बहुसंख्यक समुदाय को इग्नोर नही कर सकते। यह बहुसंख्यकवाद को लाल सिग्नल देने समान हैं । यह उन्होंने इस सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लिखा था जिसे बाद में हटाया गया। जाती जनगणना एक संवेदनशील मुद्दा है और इसका फायदा वोट बैंक के लिए न हो इस पर अब देखते हैं की चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट क्या कहता है। इसी को देखते हुए बीजेपी ने बीजेपी के कुछ नेताओं ने इंडिया एलायंस को उनका भूतकाल याद दिलाया है
जब मंडल कमीशन आया था जो की ओबीसी के लिए था उसके लिए जातीय जनगणना को लेकर राजीव गांधी ने विरोध किया था और अभी वो खुद जातीय जनगणना के पक्ष में हैं। इस को लेकर अभी बीजेपी नेता सब की घेर रहे हैं और जवाब मांग रहे हैं। बिहार में जाती जमगणना होने के बाद अब कांग्रेस और बाकी के कुछ दल अपने अपने राज्य में जातीय जनगणना करने के मूड में हैं , छत्तीसगढ़ से लेकर ,राजस्थान , कर्नाटक तक जातीय जनगणना का शंख बजना शुरू हो गया हैं।
वहीं तेलंगाना में भी बड़ा बावल हों गया हैं बीआरएस किसी भी हालत में अपनी पकड़ और कुर्सी छोड़ना नहीं चाहती और उधर मणिपुर में भी मिजो नेशनल फ्रंट किसी भी हालत में सत्ता में रहना चाहती हैं। अब यहां भी जातीय समीकरण पर बीजेपी को बड़ा दांव खेलना पड़ेगा। कांग्रेस की मीटिंग को देखे तो पहले पटना के बाद मुंबई में हुई लेकिन अभी इंडिया एलायंस के कुछ नेता राष्ट्रीय एजेंसी के अंदर गिरफ्तार हुए हैं ऐसे में कांग्रेस की छवि और भी ज्यादा खराब हुई हैं।
हालही में आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह को गिरफ्तार किया गया हैं जो की भ्रष्टाचार के कैसे में उनका नाम सामने आया हैं । पंजाब में भी कांग्रेस नेता सुखपाल खैरा जो की किसान नेता हैं उनको भी गिरफ्तार किया गया है ऐसे में खुद खरगे और इंडिया एलायंस पर उंगलियां उठ रही हैं।
CWC की नई टीम की बात करे तो अभी अध्यक्ष हैं M. खरगे, उपाध्यक्ष हैं सोनिया गांधी, इनके साथ राहुल गांधी, मनमोहन सिंह, के साथ साथ 39 मेमेबर्स शामिल हैं, जिसमे सचिन पायलट और शशि थरूर भी शामिल हैं । CWC में फिलहाल 32 स्थायी आमंत्रित सदस्य भी हैं और 14 स्पेशल सदस्य का नाम हैं।
ये भी पढ़े :