FAME India Scheme क्या है ? इसके उद्देश्य, लाभ , डेट और विवरण पढ़े ?

FAME INDIA Scheme

फेम स्कीम का पूरा नाम Faster Adoption and Manufacturing of (Hybrid &) Electric Vehicles in India है। इस सरकारी योजना को 2011 में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी पर राष्ट्रीय मिशन के एक भाग के रूप में शुरू किया गया था।इस योजना के तहत, विभिन्न उपायों के माध्यम से वाहनों के लिए वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान किया जाता है, इस योजना का उद्देश्य भारत में इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों को अपनाने को बढ़ावा देना है, जिसका अंतिम लक्ष्य जीवाश्म ईंधन( fossil fuels) पर देश की निर्भरता को कम करना है। इस स्कीम के तहत सरकार का लक्ष्य वायु प्रदूषण को कम करना और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करना है। FAME India Scheme ने भारतीय बाजार में सुस्त उपयोगिता और स्थायिता के साथ हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित किया है, जिससे शहरों में हवा की गुणवत्ता में सुधार हो रहा है।अभी इस योजना का दूसरा फेज चल रहा है और इसकी अवधि 2024 तक वैध है।

 

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FAME India Scheme का उद्देश्य .

FAME (Faster Adoption and Manufacturing of Hybrid and Electric Vehicles) India Scheme का उद्देश्य है भारत में हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रचार-प्रसार और निर्माण को तेजी से बढ़ावा देना। इसके मुख्य उद्देश्यों में शामिल हैं प्रदूषण कम करना, ऊर्जा स्वतंत्रता प्राप्त करना, तकनीकी और निर्माण क्षमता में सुधार करना, और विशेषकर विभिन्न उपायों के माध्यम से हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देना है। इस स्कीम के तहत, बैटरी चार्जिंग स्टेशनों का विकास, तकनीकी अनुसंधान, और वाहनों की खरीद पर वित्तीय समर्थन प्रदान किया जाता है ताकि लोग हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर बढ़ सकें। इससे साथ ही, यह एक प्रसार-प्रसार माध्यम के रूप में कार्य करता है जो इस सेगमेंट में उत्पादन और उपयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करने का उद्देश्य रखता है। इस योजना के तहत, सरकार इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों के निर्माताओं को उनकी उत्पादन लागत कम करने के लिए प्रोत्साहन राशि प्रदान करती है और इन वाहनों के खरीदारों को सब्सिडी भी प्रदान करती है। इससे इलेक्ट्रिक वाहन और किफायती हो जाते हैं और लोग आसानी से ईवी अपना रहे हैं।

FAME India Scheme से होने वाले लाभ .

FAME (Faster Adoption and Manufacturing of Hybrid and Electric Vehicles) India Scheme के तहत 2 करोड़ रुपये की अधिकतम एक्स-फैक्ट्री कीमत वाली लगभग 8000 ई-बसों में से प्रत्येक को 50 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि देना तय किया गया है। सरकार 10 लाख पंजीकृत इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों को 20,000 रुपये की राशि देगी। 15 लाख रुपये के एक्स-फैक्ट्री मूल्य वाले 35,000 इलेक्ट्रिक चार पहिया वाहनों को 1.5 लाख रुपये का प्रोत्साहन मिलेगा वहीं 15 लाख रुपये के एक्स-फैक्ट्री मूल्य वाले हाइब्रिड चार पहिया वाहनों को प्रोत्साहन के रूप में 13,000 रुपये से 20,000 रुपये और 5 लाख मूल्य के ई-रिक्शा वाहन पर प्रोत्साहन के रूप में 50,000 रुपये का लाभ दिया जाएगा।



1. प्रदूषण कमी:

हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रचार-प्रसार से वाहनों से निर्गत प्रदूषण को कम करने में मदद होती है, जिससे हवा की गुणवत्ता में सुधार होता है।



2. ऊर्जा स्वतंत्रता:

इलेक्ट्रिक वाहनें ऊर्जा को विभिन्न स्रोतों से प्राप्त कर सकती हैं, जिससे ऊर्जा स्वतंत्रता में सुधार होता है।



3. तकनीकी सुधार:

इस योजना से हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों के तकनीकी और निर्माण क्षमता में सुधार होने में मदद मिलती है, जो नई और सुरक्षित तकनीक का उत्पादन करने में सहारा प्रदान करता है।



4. बचत और सब्सिडी:

यह योजना विभिन्न उपायों के माध्यम से वाहनों की खरीद पर सब्सिडी प्रदान करती है और बैटरी चार्जिंग स्टेशनों के विकास के लिए वित्तीय समर्थन भी प्रदान करती है।


5. योजना के माध्यम से रोजगार:

नई तकनीक के विकास और इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण के क्षेत्र में वृद्धि से नौकरीयां बनती हैं, जिससे आर्थिक सुधार होता है।

 

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FAME India Scheme का लाभ लेने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए ?

FAME (Faster Adoption and Manufacturing of Hybrid and Electric Vehicles) India Scheme की सब्सिडी के लाभ प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित योग्यता मानकों पर आधारित है:



1. वाहन का प्रकार:

हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों को इस सब्सिडी का लाभ प्राप्त करने के लिए योजना द्वारा निर्धारित प्रकार के वाहनों का होना आवश्यक है।



2. वाहन का पंजीकरण:

सब्सिडी प्राप्त करने के लिए वाहन को स्थानीय प्रशासनिक निकाय में पंजीकृत किया जाना चाहिए।



3. मैन्युफैक्चरिंग स्टैंडर्ड्स:

निर्माण के समय वाहनों को निश्चित मैन्युफैक्चरिंग स्टैंडर्ड्स को पूरा करना आवश्यक है, जो सब्सिडी की पात्रता की एक महत्वपूर्ण शर्त है।



4. बैटरी स्वापिंग:

कुछ मामलों में, वाहनों में बैटरी स्वापिंग तंत्र को अपनाने पर सब्सिडी प्रदान की जा सकती है।



5. स्थानीय प्रशासनिक निकाय के निर्देश:

निर्देशों का पालन करने के लिए स्थानीय प्रशासनिक निकायों के द्वारा निर्धारित अन्य मापदंडों का आवलंबन करना आवश्यक हो सकता है।

FAME India Scheme Launch date .

FAME (Faster Adoption and Manufacturing of Hybrid and Electric Vehicles) India Scheme का शुभारंभ 1 अप्रैल 2015 को हुआ था। इसका उद्देश्य है हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रचार-प्रसार और निर्माण को बढ़ावा देना और भारत में उनके उपयोग को प्रोत्साहित करना। और इसका दूसरा चरण अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2024 तक चलेगा .

 

 

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