उड़ान सीबीएसई योजना, जिसे उन्नत सीबीएसई स्कूलों के लिए एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के रूप में भी जाना जाता है, भारत सरकार द्वारा आदिवासी समुदाय के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए शुरू की गई एक पहल है। इस योजना के तहत, भारत के उन राज्यों में 100 से अधिक एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की स्थापना की गई है,
ये विद्यालय सीबीएसई से संबद्ध हैं और कक्षा 6 से 12 तक शिक्षा प्रदान करते हैं। इन विद्यालयों में प्रवेश मुख्य रूप से आदिवासी छात्रों के लिए है, लेकिन गैर-आदिवासी छात्रों को भी प्रवेश दिया जाता है। उड़ान सीबीएसई योजना का उद्देश्य आदिवासी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करके उनके सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है।
उड़ान सीबीएसई योजना के तहत स्थापित विद्यालयों में आधुनिक बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं, जैसे कि अच्छी तरह से सुसज्जित कक्षाएं, प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय और कंप्यूटर लैब। इन विद्यालयों में शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि वे आदिवासी छात्रों की जरूरतों को पूरा कर सकें। छात्रों को निःशुल्क शिक्षा, आवास, भोजन और बुक्स प्रदान की जाती हैं।
उड़ान सीबीएसई योजना की शुरुआत के बाद से, आदिवासी छात्रों के लिए शिक्षा के अवसरों में काफी बढ़ोतरी हुई है। इन विद्यालयों से स्नातक होने के बाद, आदिवासी छात्र उच्चशिक्षा प्राप्त कर सकते हैं और विभिन्न क्षेत्रों में सफल करियर बना सकते हैं।
Udaan CBSE scheme: objective
उड़ान सीबीएसई योजना के मुख्य उद्देश्य हैं:
- आदिवासी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना।
- आदिवासी छात्रों के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देना।
- आदिवासी छात्रों को उच्च शिक्षा और रोजगार के अवसरों तक पहुंच प्रदान करना।
- आदिवासी संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा देना।
- आदिवासी छात्रों को राष्ट्रीय मुख्यधारा में शामिल करना।
उड़ान सीबीएसई योजना का उद्देश्य आदिवासी छात्रों को सशक्त बनाना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के माध्यम से, आदिवासी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करके उन्हें उच्च शिक्षा और रोजगार के अवसरों तक पहुंच प्रदान की जाती है। इससे आदिवासी छात्रों के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता है और वे राष्ट्रीय मुख्यधारा में शामिल हो पाते हैं।
उड़ान सीबीएसई योजना के तहत स्थापित विद्यालयों में आदिवासी संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा दिया जाता है। इससे आदिवासी छात्रों को अपनी संस्कृति और परंपराओं के बारे में जानने और उन पर गर्व करने का अवसर मिलता है।
उड़ान सीबीएसई योजना का उद्देश्य आदिवासी छात्रों के जीवन को बेहतर बनाना और उन्हें सशक्त बनाना है। इस योजना के माध्यम से, आदिवासी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, उच्च शिक्षा और रोजगार के अवसरों तक पहुंच प्रदान की जाती है। इससे आदिवासी छात्रों के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता है और वे राष्ट्रीय मुख्यधारा में शामिल हो पाते हैं।
Udaan CBSE scheme: Eligibility
उड़ान सीबीएसई योजना के लिए पात्रता मानदंड निम्नलिखित हैं:
- छात्र को भारत का नागरिक होना चाहिए।
- छात्र आदिवासी समुदाय से होना चाहिए।
- छात्र की आयु कक्षा 6 में प्रवेश के लिए 10 से 12 वर्ष और कक्षा 9 में प्रवेश के लिए 13 से 15 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- छात्र को पिछली कक्षा में कम से कम 50% अंक प्राप्त होने चाहिए।
- छात्र को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए।
उड़ान सीबीएसई योजना के तहत स्थापित विद्यालयों में प्रवेश के लिए छात्रों का चयन प्रवेश परीक्षा के माध्यम से किया जाता है। प्रवेश परीक्षा में छात्र के सामान्य ज्ञान, गणित और विज्ञान के ज्ञान का परीक्षण किया जाता है। प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर छात्रों का चयन किया जाता है।
उड़ान सीबीएसई योजना के तहत चयनित छात्रों को निःशुल्क शिक्षा, आवास, भोजन और पाठ्यपुस्तकें प्रदान की जाती हैं। छात्रों को विभिन्न प्रकार की छात्रवृत्तियां और वजीफे भी प्रदान किए जाते हैं।
उड़ान सीबीएसई योजना के लिए आवेदन करने के लिए छात्रों को योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होता है। आवेदन करने की अंतिम तिथि आमतौर पर अप्रैल महीने में होती है।
Udaan CBSE scheme: Budget
उड़ान सीबीएसई योजना के लिए भारत सरकार द्वारा शुरुआती निवेश 6000 करोड़ रुपये का था। इस निवेश से भारत के उन राज्यों में 100 से अधिक एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की स्थापना की गई, जहां आदिवासी आबादी महत्वपूर्ण है।
उड़ान सीबीएसई योजना के लिए वार्षिक बजट की राशि सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं है। हालाँकि, यह अनुमान लगाया जाता है कि योजना के लिए वार्षिक बजट कई सौ करोड़ रुपये का होगा। इस बजट का उपयोग विद्यालयों के लिए बुनियादी ढांचे के विकास, शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों के वेतन, छात्रों के लिए छात्रवृत्तियां और वजीफे, और अन्य परिचालन लागतों को पूरा करने के लिए किया जाता है।
Launching date of udaan CBSE scheme
उड़ान सीबीएसई योजना की शुरुआत 2 अक्टूबर 2018 को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी। योजना की शुरुआत झारखंड के देवघर जिले में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का उद्घाटन करके की गई थी।
Process for applying Udaan CBSE scheme
उड़ान सीबीएसई योजना के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया निम्नलिखित है:
- 1. उड़ान सीबीएसई योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- 2. होम पेज पर, “आवेदन करें” लिंक पर क्लिक करें।
- 3. आवेदन पत्र में मांगी गई जानकारी भरें।
- 4. आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- 5. आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- 6. आवेदन पत्र जमा करें।
आवश्यक दस्तावेज: Udaan CBSE scheme
- • छात्र का जन्म प्रमाण पत्र
- • छात्र का आधार कार्ड
- • छात्र का जाति प्रमाण पत्र
- • छात्र की पिछली कक्षा की मार्कशीट
- • छात्र के माता-पिता की आय का प्रमाण पत्र
- • छात्र का निवास प्रमाण पत्र
- • दो पासपोर्ट साइज फोटो
आवेदन शुल्क: Udaan CBSE scheme
- • सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए: 500 रुपये
- • अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए: 250 रुपये
आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि आमतौर पर अप्रैल महीने में होती है। आवेदन पत्र जमा करने के बाद, छात्रों को प्रवेश परीक्षा के लिए उपस्थित होना होगा। प्रवेश परीक्षा में छात्र के सामान्य ज्ञान, गणित और विज्ञान के ज्ञान का परीक्षण किया जाता है। प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर छात्रों का चयन किया जाता है।